Durga Bhavanjali दुर्गा भावांजलि

 



गूँज कलम परिवार की प्रथम साँझा संकलन स्वयं में एक उदाहरण है।जो कि इस पटल से जुड़े सभी कलमकारों और पदाधिकारियों की हिंदी के प्रति निष्ठा और कर्तव्यपरायणता को दर्शाता है।
गूँज कलम परिवार का उद्देश्य रहा है कि समभाव से सभी को मौका देकर सबके लेखन को जन जन तक पहुँचा जाएं और इस पुस्तक के रूप में यह एक छोटी सी शुरुआत है।शक्ति आराधना के पृष्ठभूमि पर देवताओं के आराधना के संग देश गान इत्यादि से संबंधित सृजन इस पुस्तक में चार चाँद लगा रहे हैं।
आशा है कि आनेवाले समय में सभी के प्रयास से अनेकों काव्य संग्रह कथा संग्रह प्रकाशित कर गूँज कलम परिवार हिंदी जगत में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
सभी के उज्ज्वल भविष्य की कॉमन्स के साथ

Book Details:-
Book Type :- Paperback
Number of Pages :- 288 Excluding Cover Pages
Genre :- Poems