Chandransh Shaurya चन्द्रांश शौर्य
कवि एक प्रसिद्ध लोकगायक, गीतकार, पत्रकार तथा समाजसेवी है। इनकी गीतों को साहित्य और संगीत प्रेमियों द्वारा खूब सराहा जाता है साथ हीं कई क्षेत्रीय भषाओं के लोक गायक इनकी रचनाओं को मच से प्रस्तुत कर खूब सराहना बटोरते हैं। इनका जन्म 05अक्टूबर सन 1972 में बिहार प्रांत के सीवान जिला अंतर्गत बरपलिया गाँव के एक किसान परिवार में हुआ। पिता स्व. शिवसकल यादव व माता स्व. धनराजी देवी के तीन संतानों के बाद सबसे छोटे पुत्र के रूप में साहित्य- संगीत में गहरी रुचि रखने वाले अत्यंत मेधावी तथा कुशाग्र बुद्धि विद्यार्थी गुठनी के एल.एम.टी उच्च विद्यालय से 1987 में प्रथम श्रेणी से हाई स्कूल की परीक्षा पास करने के उपरान्त स्नातक की डिग्री प्राप्त की साथ हीं वेद ग्रंथो में गहरी अभिरुचि रखने के कारण मदन मोहन मालवीय आयुर्वेद महाविद्यालय भाटपार रानी से आयुर्वेद शास्त्री की उपाधि भी लिए। इन्हें साहित्य संगीत और सामाजिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए समय समय पर देश की कई नामचीन संगठनों द्वारा सम्मानित किया जाता रहा है जैसे महापंडित राहुल सांकृत्यायन की 128 वीं जयंती के अवसर पर "महापंडित राहुल सांकृत्यायन सम्मान 2021", कलम वीर सम्मान, प्रगतिशील भोजपुरी समाज वाराणसी द्वारा पंडित कुबेर नाथ मिश्र विचित्र सम्मान, के आलावा कोरोना काल में सक्रियता से सेवा कार्य मे संलग्न रहने के कारण कई संस्थाओं द्वारा करोंना वीर आदि कई सम्मानों से नवाजे जाने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है। कवि राष्ट्रीय कलाकार एसोशिएशन मुंबई के बिहार प्रदेश महासचिव के पद पर कार्य करते हुए साहित्य और संगीत की सेवा कर रहें हैं।