Ek master ki kahani एक मास्टर की कहानी

 



जेम्स बॉन्ड से लेकर शरलॉक होम्स और जासूस करमचंद से लेकर व्योमकेश बख्शी तक सभी ने जासूसों की रहस्यमयी दुनिया को पर्दे पर रखा है। देसी और विदेशी सिनेमा में भी जासूसी और जासूसों पर अनगिनत फिल्में बनती रहीं हैं जिसने हम सभी को आकर्षित किया है। लेकिन कहीं न कहीं जासूसों की जिंदगी उतनी आसान भी नहीं होती जितनी अक्सर फिल्मों में दिखायी जाती है। 
देश की सेना से लेकर विभिन्न रक्षा सेवाओं तक सभी के अपने खुफिया विभाग होते हैं जो रात दिन देश की रक्षा और सेवा में स्वयं को आहूत करते हैं। आज यदि हम अपने घरों में सुरक्षित और एक बेहतरीन जिन्दगी जी रहे हैं तो उसका श्रेय इन्हीं योद्धाओं को जाता है 
जब कोई सिपाही देश की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान देता है तो उसके त्याग के लिए सभी के दिल सम्मान से और आँखें अश्रुओं से भरी रहती हैं। वहीं एक वर्ग ऐसा भी है जो देश सेवा में और एक कदम आगे बढ़ कर सब कुछ छोड़ कर बस देश के लिए जीते हैं। ये सिपाही अपना घर परिवार, अपने सपने और सारी खुशियाँ छोड़कर बढ़ जाते हैं एक ऐसे रास्ते पर जहाँ से वापस लौटना आसान नहीं होता और कई बार इसी रास्ते पर चलते चलते खुद को कुर्बान कर देते हैं अपने वतन की मोहब्बत और उसकी रक्षा के लिये। 
ये लोग अपने नाम और शोहरत की परवाह किये बिना बस अपने फर्ज़ को अंजाम देते हैं चाहे देश में हों या विदेश में। उनका नाम और उनके काम के बारे में कोई कुछ नहीं जानता और न कभी जान पाते हैं। बस दुनिया इनको एक ही नाम से जानती है  और वो है ‘जासूस’, यही एक जासूस की जिन्दगी है कि वो बस एक रहस्य बन कर जाते हैं बाहरी दुनिया के लिये। 
ये कहानी भी ऐसे ही एक सिपाही की है जिसने देश और देशवासियों की रक्षा और अपने फर्ज़ के आगे कुर्बान कर दिये अपने सपने, अपने जज़्बात और अपनी मोहब्बत को। जो सारे रिश्ते-नाते, अपने घर परिवार यार दोस्तों को छोड़कर बढ़ गया था एक ऐसी राह पर जिस पर चलना आसान नहीं होता, वहाँ न नाम है न शोहरत, न पैसा है और आराम, अगर कुछ है तो बस देश के प्रति एक अटूट निष्ठा और एक गर्वीली जिन्दगी और उससे भी बेहतर मृत्यु।


Writer :- Bhanu Pratap Singh


Book Details:-


Book Type :- Paperback
Number of Pages :- 124 Excluding Cover Pages
Genre :- Thriller